एक बुढिया का दामाद बहुत काला था,
वो पहली बार ससुराल गया !
बुढिया :-- दामाद जी, कम से कम एक
महिना तुम यहाँ रुको,
दूध, दही खाओ मौज करो...
इसी बहाने हमें भी दूध, दही मिल जायेगा !
दामाद :-- क्या बात है सासु माँ,
आज बहुत प्यार जता रही हो मुझ पर ?
बुढिया :-- ऐसी कोई बात नहीं है, दरअसल कल
हमारी भैस का बच्चा
मर गया तुम्हे देखकर भैस कम से कम दूध तो दे
देगी !
badtmeez dil
एसी गरमी में बीयर पीलाना बहोत पुण्य का काम है..
- शास्त्रो में लीखना रह गया था
😛
कॉलेज वाली... मसालेदार होती है
पड़ोस वाली... कड़क होती है
ऑफिस वाली... मीठी होती है
घर वाली... फीकी होती है
होटल वाली... मस्त होती है
5 स्टार वाली... महंगी होती है
लेकिन एक बात है यार...
चाय आखिर चाय होती है।
पता नहीं दिन भर क्या-क्या सोचते रहते हो...
सोच बदलो तो देश बदलेगा
Akela modi kya kya badlega...
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